Friday 19 October 2012

आशा की किरण

                  आशा की किरण

सूरज को उगने दो
आशाओं को जगने दो
मत डरो  तुम अँधेरे से
एक किरण उम्मीद की ---------
खुशबू  आए फूलों की ----------
खिलते रहो ऐसे तुम चमन में
मुरझाए फूलों को सजने दो
सूनेपन  में आवाज़ों  को
बजने दो
तन्हाई  में महफ़िल को सजने दो
मत उलझो तुम
मन की उलझनों में
खोलो झरोखों को
लहराने दो पुरवाई को
महसूस करो ताज़गी  को
जीवन में आने दो आशाओं की
किरण को
तुम सँवारो अपने आप को ।

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