कुछ लोग मुर्दों के नाम
का सहारा लेकर जीने का प्रयास करते है
क्योकि वो एक अनजानी
जिंदगी से डरते है
शायद वो नहीं जानते
कि वो क्या कर रहे है
मुर्दों के नाम का सहारा
लेकर वो मौत से नहीं
बच सकते
वो क्यों नहीं
हिम्मत से काम लेकर
अनजाने भय का मुकाबला करते
शायद वो इस भय पर
विजय प्राप्त कर ले
और अपने पुराने
नाम को फिर से
प्राप्त कर ले
जब नाम बदल कर मौत से
लड़ नहीं पाते
तो मौत से क्यों घबराते है
मृत्यु तो अमरता का दूसरा नाम है
फिर किसी और के नाम का सहारा क्यों -----?
का सहारा लेकर जीने का प्रयास करते है
क्योकि वो एक अनजानी
जिंदगी से डरते है
शायद वो नहीं जानते
कि वो क्या कर रहे है
मुर्दों के नाम का सहारा
लेकर वो मौत से नहीं
बच सकते
वो क्यों नहीं
हिम्मत से काम लेकर
अनजाने भय का मुकाबला करते
शायद वो इस भय पर
विजय प्राप्त कर ले
और अपने पुराने
नाम को फिर से
प्राप्त कर ले
जब नाम बदल कर मौत से
लड़ नहीं पाते
तो मौत से क्यों घबराते है
मृत्यु तो अमरता का दूसरा नाम है
फिर किसी और के नाम का सहारा क्यों -----?
मौत से अच्छे से अच्छा डरता है लेकिन उसे जिस दिन आनी होती है कोई नहीं जान पाता ..फिर भी दुनिया में इतना प्रपंच देखकर कभी कभी बहुत अफ़सोस होता है की आखिर क्यूँ इंसान इंसान नहीं रह पाता...
ReplyDeleteबहुत बढ़िया रचना