मेरा देश
मुझे अपने देश के अतीत
पर बहुत गर्व है
वो सोने की चिड़िया
कहलाने वाला भारत
क्योकि अतीत सभी को
अच्छा लगता है
हम वर्तमान में
अतीत की पीड़ा को भूल जाते है
वर्तमान में पीड़ा ,संत्रास है
नेताओं की करनी का फल भोग रही जनता है
देश में फैली बेरोजगारी है
जनता बेचारी दुःख की मारी है
हर पाँच साल बाद
चुनावी लहर आती है
वोटो की नदी में सब
कुछ डुबो जाती है जनता बेचारी किनारे पर खड़ी
लहर
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